मृत शरीर के नाक में रूई क्यों डाली जाती है?
दोस्तो आपने देखा होगा कि जब भी किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसके कान और नाक में रूई लगा दी जाती है। क्या आपने कभी इस बात को जानने की कोशिश की है कि ऐसा क्यों किया जाता है और इसके पीछे वैज्ञानिक और धार्मिक मान्यताएं क्या है? आइए जानते है-
वैज्ञानिक कारण- दरअसल, मौत के बाद इंसान के कान और नाक से एक विशेष द्रव निकलता है। इस द्रव के बहाव को रोकने के लिए ऐसा किया जाता है। इसके साथ हि ऐसा भी कहा जाता है कि मृत्यु के बाद शरीर में किसी तरह की कोई बैक्टीरिया प्रवेश न कर जाए, इस वजह से नाक और कान के छिद्र को रूई से ढक दिया जाता है।
धार्मिक कारण- हिन्दू ग्रंथ गरूण पुराण के अनुसार मृत शरीर के खुले हुए हिस्सों में सोने के टुकड़ो को रखा जाता है जिससे शरीर के नौ अंगो में रखा जाता है। सोने का टुकड़ा बहुत ही पवित्र होता है इसीलिए इसे मृत शरीर पर रखने से देह की आत्मा को शांति मिलती है। कान और नाक के छेद बड़े होते है इस में रखा हुआ सोने का टुकड़ा गिर ना जाए इसीलिए नाक और काम में रूई लगाई जाती है।
यही कारण था जिसकी वजह से नाक और कान में रूई लगाई जाती है।