विटामिन D की कमी को दूर करने के उपाय / Remedies for Vitamin D deficiency
दोस्तो विटामिन D शरीर मे तब बनता है जब त्वचा धूप के सम्पर्क मे आती है। खाने की बहुत हि कम चीजों मे विटामिन D होता है। विटामिन-डी कैल्शियम को हजम करने मे शरीर की सहायता करता है। विटामिन-डी कि वजह से शरीर भोजन मे से कैल्शियम को प्राप्त कर पाता है और इसी वजह से हड्डिया मजबुत बनती है। लेकिन सिर्फ हड्डियों को मजबुत बनाना हि विटामिन-डी का कार्य नही है, इसके अलावा भी यह शरीर मे और भी बहुत सारे काम करता है-
विटामिन-डी शरीर मे मांसपेशियों को मजबुत बनाता है, Immune system को मजबुत बनाता है, शरीर मे सभी प्रकार की कोशिकाओं को बढाने मे सहायता करता है, शरीर मे सुजन को कम करता है, ब्लड प्रेशर को कम करता है और साथ हि यह दिल की बीमारी होने से बचाता है।
विटामिन-डी की कमी से होने वाले रोगः- विटामिन-डी की कमी से Mental Health प्रभावित हो सकती है, विटामिन-डी की कमी से Dementia नाम की बीमारी हो सकती है और विटामिन-डी की कमी से पुरूषों मे Prostate Cancer भी हो सकता है। विटामिन-डी की कमी से पुरूषो मे Erectile Dysfunction की समस्या आ सकती है, विटामिन-डी की कमी से Schizophrenia नाम की बीमारी हो सकती है और विटामिन-डी की कमी से दिल की बीमारी हो सकती है।
यदि आप यह पता करना चाहते है कि आपके शरीर मे विटामिन-डी की कमी है या नही, तो इसके लिए एक ब्लड टेस्ट होता है जो आप करवा सकते है। इस ब्लड टेस्ट की कीमत 800 रूपए से लेकर 900 रूपए के आसपास होती है। इस टेस्ट से आपको यह पता चल जायेगा कि आपके शरीर मे विटामिन-डी की कमी है या नही। यदि आपके शरीर मे विटामिन-डी की कमी होगी तो आप इसे पुरा करने का प्रयास कर सकते है।
विटामिन-डी की कमी होने का कारणः- ज्यादातर भारतीय लोगों मे विटामिन-़डी की कमी होती है क्योंकि ज्यादातर भारतीय शाकाहारी है। आजकल ज्यादातर लोग धूप मे निकलना भी पसंद नही करते है और यदि निकलते भी है तो अपने शरीर को कपडो से ढककर निकलते है ताकी सुर्य की धूप से बचा जा सकते। ऐसा करने से वह सुर्य की धूप से तो बच जाते है लेकिन उनके शरीर मे विटामिन-डी की कमी हो जाती है। डार्क रंग की त्वचा होना भी विटामिन-डी की कमी का एक कारण होता है। आंतो की कोई बीमारी होने से भी शरीर मे विटामिन-डी का लेवल कम हो सकता है क्योंकि यदि आंतो की कोई समस्या है तो शरीर भोजन से विटामिन-डी को पुरी मात्रा मे प्राप्त नही कर पाता। विटामिन-डी की कमी का एक ओर कारण होता है किडनी की बीमारी या लिवर कि बीमारी। यदि किसी को किडनी या लिवर की कोई समस्या है तो उसके शरीर मे विटामिन डी की कमी हो सकती है। गर्भावस्था के कारण या बच्चे को दुध पिलाने के कारण महिलाओं मे विटामिन-डी की कमी हो सकती है क्योंकि माँ के शरीर का पोषण बच्चे को जाता है जिसके कारण माँ के शरीर मे विटामिन-डी की कमी हो सकती है।
विटामिन-डी की कमी होने पर कुछ लोगों मे कोई भी लक्षण नही दिखायी देता है ऐसा हो सकता है कि आपके अन्दर विटामिन-डी की कमी हो लेकिन कई सालो तक आपके शरीर मे कोई भी लक्षण न दिखाई दे। कई बार विटामिन-डी की कमी के लक्षण समझ मे नही आते है क्योंकि विटामिन-डी के लक्षण बहुत-सी दुसरी बीमारियों के साथ मिलते-जुलते है इसीलिए इन्हे पहचानना मुश्किल होता है और कई बार विटामिन-डी के लक्षण समय बितने के साथ बदलते रहते है इसीलिए सिर्फ लक्षणो को देखकर विटामिन-डी की कमियों की पहचान कर पाना कई बार मुश्किल हो जाता है।
यदि आप अक्सर बीमार होते रहते है तो आपको अपना विटामिन-डी का लेवल एक बार जरूर चेक करवाना चाहिए क्योंकि विटामिन-डी की कमी होने से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है जिसके कारण व्यक्ति बार-बार बिमार होता रहता है। विटामिन-डी का ब्लड टेस्ट करवाकर आप पक्केतौर पर यह जान सकते है कि आपके अन्दर विटामिन-डी की कमी है या नही।
विटामिन-डी की कमी के कुछ लक्षण इस प्रकार हैः- हड्डियो का कमजोर हो जाना, हल्की चोट लगने से ही हड्डी का टूट जाना, ओस्टियोलोरोसिस की बीमारी होना, मांसपेशियों की ताकत मे कमी आना, मूड मे बदलाव आना, घबराहट होना, चिंता होना और शरीर के किसी हिस्से मे दर्द होना आदि। विटामिन-डी की कमी से शरीर मे दर्द इसलिए होता है क्योंकि विटामिन-डी की कमी हो जाने से हड्डिया और मांसपेशिया कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से दर्द होता है, यदि आपके शरीर मे दर्द होता रहता है तो आपको अपना विटामिन-डी का लेवल जरूर चेक करवाना चाहिए। विटामिन-डी ब्लड प्रेसर को कन्ट्रोल करता है और विटामिन-डी की कमी से ब्लड प्रेसर बढना शुरू हो जाता है। बहुत ज्यादा थकान महसूस करना, शरीर की ताकत मे कमी आना, पुरूष और महिलाओं मे बाझपन की समस्या होना ये सभी लक्षण विटामिन-डी की कमी के लक्षण हो सकते है।
विटामिन-डी की कमी को दुर करने के उपायः- हर व्यक्ति को एक दिन मे 2000 IU विटामिन-डी की जरूरत होती है। विटामिन-डी की कमी को दुर करने के 3 तरीके है- भोजन, धूप और विटामिन-डी का सप्लीमेंट यानी विटामिन-डी की गोली।
खाने की बहुत हि कम चीजों मे विटामिन-डी होता है। पोधो मे सिर्फ एक हि ऐसा पोधा है जिसमे विटामिन-डी होता है और वह है धूप मे उगाए गए मशरूम। मशरूम एक ऐसा पोधा है जो धूप के सम्पर्क मे आता है तो इंसान की तरह हि विटामिन-डी बनाता है। 100 ग्राम धूप मे उगाए गए मशरूम्स मे 2300 IU विटामिन-डी होता है, जो हमारी एक दिन की जरूरत से ज्यादा है। यदि आपको कही से धूप मे उगाए गए मशरूम्स मिल जाये तो 100 ग्राम मशरूम खाने से हि आपकी एक दिन की विटामिन-डी की जरूरत पुरी हो जायेगी, लेकिन ज्यादातर बाजार मे मिलने वाले मशरूम्स बन्द कमरे मे ऊगाए गये होते है जिनमे विटामिन डी नही होता है।
100 ग्राम गाय के दूध मे 51 IU विटामिन-डी होता है जोकि बहुत हि कम है। 100 ग्राम पनीर मे सिर्फ 3 IU विटामिन-डी होता है क्योंकि दुध मे मोजुद ज्यादातर विटामिन पनीर बनाने के दोरान पनीर के पानी मे बह जाता है। 100 ग्राम Mozzarella Cheese मे सिर्फ 13 IU विटामिन-डी होता है। दही मे भी ज्यादातर विटामिन-डी नही होता है। सोयाबिन मे विटामिन-डी नही होता है। तो अब आप समझ गये होंगे की भोजन से विटामिन-डी प्राप्त करना बहुत मुश्किल है भोजन से आप विटामिन-डी की कमी को पुरा नही करते सकते। इसीलिए ज्यादातर भारतीयों मे विटामिन-डी की कमी होती है तो अब विटामिन-डी की कमी को दुर करने के दो हि रास्ते बचते है धूप और विटामिन-डी की गोली।
सुर्य हमें फ्री मे विटामिन-डी देता है इसीलिए हमें सुर्य से विटामिन-डी लेने के ऊपर ध्यान देना चाहिए तो अब आप सोच रहे होंगे कि कितने मिनट धूप मे रहने से आपको एक दिन का विटामिन-डी मिल जाता है यह बहुत सारी बातो पर निर्भर करता है। सबसे पहली बात तो यह है आपने अपने शरीर के ऊपर कितने कपड़े पहने है यदि आपने पुरे कपडे पहने है तो आपकी त्वचा का सिर्फ 10% हिस्सा हि सुर्य के सामने होगा लेकिन यदि आपने सिर्फ निक्कर पहनी है तो आपके शरीर की पुरी त्वचा का 80% से लेकर 90% हिस्सा सुर्य के सामने होगा। यदि आपने सिर्फ निक्कर पहनी है और आप धूप मे खड़े है तो 1000 IU विटामिन-डी हासिल करने के लिए आपको आपको 84 मिनट धूप मे खडे रहना पड़ेगा, लेकिन यदि आप खड़े रहने का बजाए निक्कर पहन कर धूप मे लेटे हुए है तो आपको 1000 IU विटामिन-डी हासिल करने के लिए सिर्फ 21 मिनट धूप मे रहना पड़ेगा। लेकिन यदि आपने पुरी बाजू की कमीज पहनी है लंबी पैंट पहनी है जूते पहने है और धूप मे खड़े है तो 1000 IU विटामिन-डी हासिल करने के लिए आपको 504 मिनट धूप मे रहना पड़ेगा, लेकिन यदि आप पुरे कपड़े पहन कर धूप मे लेटे हुए है तो आपको सिर्फ 126 मिनट ही धूप मे रहना पडेगा। लेकिन इसमे आपकी त्वचा के रंग का भी पुरा महत्व है जो आँकडे मेने आपको बताए है वह गोरी त्वचा के लिए है। यदि आपकी त्वता का रंग नॉर्मल से थोड़ा डार्क है, गहरे रंग का है तो आपको 2 गुना से लेकर 4 गुना ज्यादा समय धूप मे रहना पड़ेगा क्योंकि गहरे रंग की त्वचा को विटामिन-डी बनाने मे गोरी त्वचा के मुकाबले ज्यादा समय लगता है। जब भी आप धूप स्नान करें तो Sunscreen Cream का इस्तेमाल ना करें। Sunscreen Cream लगाने से त्वचा विटामिन-डी को हासिल ही कर पाती। कोशिश करें कि धूप स्नान करते समय आपकी त्वचा काली ना हो जाए क्योंकि त्वचा काली होने से विटामिन-डी कम बनता है इसीलिए ज्यादा कड़क धूप मे ना निकले। सुबह श्याम की धूप अच्छी होती है और एक हि बार ज्यादा समय के लिए धूप मे बैठने की बजाय थोड़े-थोड़े समय के लिए दिन मे 3-4 बार धूप मे बैठे ऐसा करने से त्वचा काली नही होगी।
यदि आप धूप मे निकलना नही चाहते है तो फिर आपके सामने विटामिन-डी की कमी को पुरा करने के लिए सिर्फ एक हि रास्ता बचता है और वह है विटामिन-डी की गिली। विटामिन-डी कि गोली खाकर विटामिन-डी की कमी को दुर करने का सबसे आान तरीका है। विटामिन-डी की एक गोली खाने से ही आपको 6000 IU विटामिन-डी मिल जाता है, जो आपकी 1 महिने की जरूरत को पुरा कर देता है। सबसे पहले आप विटामिन-डी की कमी का ब्लड टेस्ट करवाये। यदि उसमे विटामिन-डी की कमी आती है तो रिपोर्ट को डॉक्टर को दिखाये और फिर डॉक्टर की सलाह लेकर विटामिन-डी की गोली खाना शुरू कीजिये।